दीदी की नर्सरी(मुख्यमंत्री निजी पौधशाला योजना) से रेखा को मिली एक नई पहचान

सफलता की कहानी...... दीदी की नर्सरी (मुख्यमंत्री निजी पौधशाला योजना)से रेखा को मिली एक नई पहचान ...........................…............................... पर्यावरण संरक्षण के साथ आर्थिक सशक्तीकरण की तरफ बढ़ाया कदम। बिहार के समस्तीपुर जिले का एक महत्वपूर्ण प्रखंड है मोरवा। मोरवा प्रखंड के निकसपुर के रेखा देवी की अपनी आज अलग पहचान है। कल तक रेखा देवी एक सामान्य घरेलू महिला थीं, जो आर्थिक कठिनाईयों का सामना कर रही थीं। पति खेती, मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे | परन्तु आर्थिक तंगी के कारण वे अपना मानसिक संतुलन खो बैठे जिसके कारण रेखा देवी पति का इलाज व बच्चो के परवरिश को लेकर बहुत परेशान, लाचार व् विवश थी । प्रकृति का नियम है कि हर अंधेरी रात के बाद सुबह निश्चित रूप से होती है। ठीक ऐसा ही हुआ रेखा देवी के साथ। उनके स्याह जीवन के बदलाव की स्वर्णिम सुबह जीविका के साथ जुड़ने से हुई। जीविका के साथ बीत रहा हर क्षण रेखा देवी में आए सकारात्मक बदलाव का कारण बना। जीविका की मदद एवं रेखा के प्रयास के कारण आज रेखा का जीवन पूरी तरह बदल गया है। रेखा 2014 में पहली वार घर से बाहर आ कर ज...