मेरे सपने में आए मोदी जी: बता गए कोरोना का उपचार
मेरे सपने में आए मोदी जी
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पिछले 3-4 दिनों से मैं बेचैन हूं कि मैं ये बात मैं कैसे बताऊं की मेरे सपने में मोदी जी(प्रधानमंत्री) आये और उन्होंने कोरोना से बचने का तरीका मुझे बताया। मैं ये भी सोच रहा था अगर बता भी दिया तो लोग मेरे बातों का यकीन करेंगे क्या। इनसब की परवाह किए बग़ैर आज मैं अपने पूरे होश व हवास में आप सब के सामने मैं मोदी जी के बताए हुए इलाज को आप सब के सामने रख रहा हूं।
मोदी जी मेरे सपने में प्रकट हुए और मुझे कहा कि कोरोना को लेकर लोग बहुत ज़्यादा परेशान हैं इसलिए मैं तुम्हारे माध्यम से सबको इसका इलाज बताना चाहता हूं। मैंने उत्सुकता से पूछा क्या है इसका इलाज? उन्होंने बताया कि जो लोग मेरे कहने पर गंजे होंगे उनका कोरोना कुछ नही बिगाड़ पाएगा। वो लोग कोरोना से सुरक्षित रहेंगे। मैंने कहा ये कैसी दवा है? ये मेरे समझ से परे है। कोरोना से बचने की लिए तो सामाजिक दूरी रखने , मास्क लगाने और हाथों को हर घंटे धोने और sanatize करने के लिए कहा जाता है। ये आप क्या कह रहे हैं। उन्होंने कहा ये सब अपनी जगह है लेकिन कोरोना से बचना है तो गंजा होना होगा। मैंने कहा मन की बात में या 8 बजे वाले अपने प्रोग्राम में आकर आप पूरे देशवासियों को क्यों नही बता देते इसपर सब लोग अमल कर लें तो अच्छा रहेगा। उन्होंने कहा नही ये बातें मैं सबके सामने नही बता सकता इस लिए तुम्हारे सपने में आया हूं। मैंने कहा अच्छा तो आप सबके सपने में आकर बता रहे हैं उन्होंने कहा नही बस तुम्हारे सपने में आया हूं। ।मुझे घोर आश्चर्य हुआ उत्सुकतापूर्वक मैंने कहा मेरे ही सपने में क्यों? मैं तो आपका भक्त भी नही। उन्होंने कहा तुम्ही मेरे असली भक्त हो। मैं और असली भक्त! असंभव। अचंभित होते हुए कहा। मैं तो मुसलमान हूं जिससे आपको सबसे ज़्यादा नफरत है। 2002 के दंगों के समय गुजरात के मुख्यमंत्री आप ही थे। आपके प्रधानमंत्री बनते ही मुसलमानों के लीनचिंग के केस बढ़ गए। गाय के नाम पर मुसलमानों को मारा जाने लगा।
उन्होंने कहा मैं कभी भी मुसलमानों का दुश्मन नही रहा। इस मुल्क पर जितना हिन्दू का अधिकार है उतना ही सारे धर्म के लोगों का अधिकार है। उन्होंने कहा इस्लाम बहुत अच्छा मज़हब है ये सामाजिक बराबरी और न्याय पर ज़ोर देता है। लेकिन क्या तुम्हें लगता है कि आज के मुसलमान इस्लाम के पैगाम को मानते हैं। मोदी जी ने कहा मुझे तो लगता है इस्लाम अब सिर्फ किताबों में ही रह गया है। इस्लाम के जानकार तो बहुत मिलेंगे लेकिन इस्लाम की शिक्षा पर अमल करने वाले नही के बराबर हैं। उन्होंने कहा कि इस्लाम की जानकारी तो हमारे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के लोग भी रखते हैं। उन्होंने कहा अगर इस्लाम पर अमल करते तो मक्का मदिना बन्द होने के बावजूद निज़ामुद्दीन मरकज़ खुला नही होता। वहाँ इज्तेमा नही होता। इससे पहले कि वो कुछ बोलते मैंने कहा यहाँ तो सभी मंदिर, गुरुद्वारा और दूसरे धार्मिक स्थल भी खुले थे और आपकी सरकार को इसकी पूरी जानकारी भी थी। फिर कार्यवाई सिर्फ मरकज़ वालों पर क्यों? क्या इसके लिए सरकार ज़िम्मेदार नही है? क्या गृहमंत्री से इन बारे सवाल नही होना चाहिए? मोदी जी ने बीच मे ही रोकते हुए कहा तुम रविश कुमार की तरह मुझसे सवाल पूछने लगे। उन्होंने कहा मैं बहुत कम वक्त लेकर तुम्हारे पास आया हूं।
जैसे ही उन्होंने रविश कुमार का नाम लिया मुझे और ज़्यादा आश्चर्य हुआ कि मोदी जी रवीश कुमार का नाम ले रहे हैं जिन्हें रमन मैग्सेसे अवॉर्ड मिलने पर प्रधानमंत्री ने बधाई तक नही दी। मैं सोच ही रहा था कि मानो वो मेरे दिल की बात सुन रहे हों। मोदी जी ने कहा कि रविश को मैने बधाई इसलिए नही दी कि मैं रविश कुमार को इस पुरस्कार से कहीं ऊपर देखता हूं। उन्होंने कहा रविश को तो पत्रकारिता का सबसे बड़ा सम्मान मिलना चाहिए। रविश कुमार को प्रधानमंत्री के बधाई की अवष्यकता नही। रविश कुमार, पुण्य प्रसून, अभिसार शर्मा जैसे पत्रकार और वायर जैसी मीडिया हाउस ने पत्रकारिता को ज़िंदा रखा है। मोदी जी ने बताया कि देश कहाँ जा रहा है और देश को किस दिशा में लेकर जाना है ये मुझे इन पत्रकारों से ही मालूम होता है।
अपनी आदत से लाचार मैंने फिर उन्हें बीच मे ही टोक कर इशारे में ही पूछने लगा और उन TV पत्रकारों का क्या जो रोज़ TV पर आकर हिन्दू मुस्लिम करते हैं चिल्ला चिल्ला लोगों को दिल का मरीज़ बना रहे हैं। मुस्कुराते हुए उन्होंने जवाब दिया ये सब चुनाव में काम आते हैं।
मैंने कहा आपलोगों को चुनाव की पड़ी रहती है और यहां ये लोग देश को बर्बाद कर रहे हैं। आप खुद सोचिए क्या किसी समुदाय विशेष को कोरोना से जोड़ना सही है? कितना नफरत भरेंगे मुसलमानों के ख़िलाफ़? मीडिया तो फेक न्यूज़ का अड्डा बन गया है। मोदी जी ने कहा किसी समुदाय विशेष को कोरोना से जोड़ना बिलकुल गलत है। कोरोना का कोई धर्म नही है। वैसे भी ये ऐसे देश से आया है जहाँ अधिकतर लोगों का कोई धर्म नही है। एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप के कारण ही कोरोना आज पूरी दुनिया को लील रहा है। कोरोना ने सबसे ज़्यादा चोट तो धर्म पर ही किया है। सारे धार्मिक केंद्र बन्द हैं और जिस धर्म के लोगों ने ज़्यादा होशियारी दिखाई सबको अपने चपेट में ले लिया।
मैंने कहा आपके इतने चाहने वाले हैं आपको लोग देवता की तरह मानते हैं। अगर आप खुद से लोगों को बताएंगे तो लोगों पर इसका असर होगा। तभी उन्होंने थोड़ा भावुक होते हुए कहा अगर लोग मेरी बात मानते तो देश की ये हालात नही होती। एक छोटा सा उदाहरण लेता हूं मैंने लोगों को जनता कर्फ्यू के लिए कहा और शाम के 5 बजे थाली और ताली बजाने को कहा ताकि जो कोरोना से जो लोग लड़ रहे हैं उनको मोटिवेट किया जा सके। लेकिन लोगों ने ताली और थाली को रोड शो में बदल दिया। हाल ही में मैंने लोगों को रात के 9 बजे 9 मिनट तक मोमबत्ती, दिया, टोर्च या मोबाइल जलाने के लिए कहा तो लोगों ने पटाख़े फोड़ने शुरू कर दिए। ये लोग मेरे भक्त नही मेरे दुश्मन हैं जो मेरी बदनामी कराते हैं। मैंने कहा ऐसा नही है ऐसे लोगों की तादाद कम है जो आपके बताए हुए बातों को अलग तरीके से समझ लेते हैं और उसे धार्मिक अनुष्ठान बना देते हैं।
फिर मैं मुद्दे की तरफ लौटा और कहा कि शादी से पहले मैं अक्सर गंजा होता था। कोई टोकने वाली भी नही थी। लेकिन अब मैं शादीशुदा हूं और मेरी पत्नी कहती है कि बाल मुड़ा लेने से खूबसूरती खत्म हो जाती है। मैंने कई बार बाल मुड़ना चाहा लेकिन मेरी पत्नी ने मुझे रोक दिया। और मेरी तरह कई लोगों को उसकी पत्नी या गर्ल फ्रेंड रोक सकती है। इस पर मोदी जी ने कहा तुम्हे मुझसे ज्यादा लगाव है या अपनी पत्नी से ? मैंने कहा मेरी पत्नी से मुझे आपसे ज़्यादा प्रेम है। इस बात पर मोदी जी ने कहा कि जो लोग मुझसे प्रेम करेंगे वो गंजा अवश्य होंगे। और यही उन्हें कोरोना से बचा सकती है।
मुझे मोदी जी ने कहा कि तुम मेरी बातों को फेसबुक के माध्यम से लोगों तक पहुचा देना। मैंने कहा कि आपने ग़लत इंसान को चुन लिया है इस काम के लिए फेसबुक पर मेरे ज़्यादा फ्रेंड भी नही हैं। मेरे से बड़े बड़े भक्त हैं जिनके लाखों फ्रेंड हैं उनके माध्यम से आपको बात पहचानी चहिए। मोदी जी ने कहा जो तुम्हारे माध्यम से मेरी बात मानेगा वही मेरा भक्त है। उन्होंने कहा कि अगर लाखों फॉलोवर वाले भक्त को मैंने ये संदेश देने के लिए कहा तो वो लोग मिर्च मसाला लगा कर पता नही मेरे संदेश को क्या से क्या बना देंगे। फिर मोदी जी ने कहा अब मैं चलता हूं। मैंने कहा एक मिनट रुकिए। सही में कोरोना से बचने के लिए गंजा होना होगा। उन्होंने मुस्कुराते हुए जवाब दिया ये मैं तुम्हारी बुद्धि और विवेक पर छोड़ता हूं। लेकिन मेरी बातों को लोगों तक ज़रूर पहुचा देना।और मोदी जी अचानक गायब हो गए। तभी मेरे कानो में फजिर के अज़ान की आवाज़ गयी और मेरी आँख खुल गयी। मैंने उठ कर वज़ू किया और नमाज़ पढ़ी। मेरी समझ मे कुछ नही आ रहा था न चाहते हुए भी मैंने अपने सर के बालों को शहीद कर दिया।
Note-इसमे मैंने सपने में हुए बात चीत का कुछ अंश पेश किया है। मौका मिला तो और बातें भी बताऊंगा।
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पिछले 3-4 दिनों से मैं बेचैन हूं कि मैं ये बात मैं कैसे बताऊं की मेरे सपने में मोदी जी(प्रधानमंत्री) आये और उन्होंने कोरोना से बचने का तरीका मुझे बताया। मैं ये भी सोच रहा था अगर बता भी दिया तो लोग मेरे बातों का यकीन करेंगे क्या। इनसब की परवाह किए बग़ैर आज मैं अपने पूरे होश व हवास में आप सब के सामने मैं मोदी जी के बताए हुए इलाज को आप सब के सामने रख रहा हूं।
मोदी जी मेरे सपने में प्रकट हुए और मुझे कहा कि कोरोना को लेकर लोग बहुत ज़्यादा परेशान हैं इसलिए मैं तुम्हारे माध्यम से सबको इसका इलाज बताना चाहता हूं। मैंने उत्सुकता से पूछा क्या है इसका इलाज? उन्होंने बताया कि जो लोग मेरे कहने पर गंजे होंगे उनका कोरोना कुछ नही बिगाड़ पाएगा। वो लोग कोरोना से सुरक्षित रहेंगे। मैंने कहा ये कैसी दवा है? ये मेरे समझ से परे है। कोरोना से बचने की लिए तो सामाजिक दूरी रखने , मास्क लगाने और हाथों को हर घंटे धोने और sanatize करने के लिए कहा जाता है। ये आप क्या कह रहे हैं। उन्होंने कहा ये सब अपनी जगह है लेकिन कोरोना से बचना है तो गंजा होना होगा। मैंने कहा मन की बात में या 8 बजे वाले अपने प्रोग्राम में आकर आप पूरे देशवासियों को क्यों नही बता देते इसपर सब लोग अमल कर लें तो अच्छा रहेगा। उन्होंने कहा नही ये बातें मैं सबके सामने नही बता सकता इस लिए तुम्हारे सपने में आया हूं। मैंने कहा अच्छा तो आप सबके सपने में आकर बता रहे हैं उन्होंने कहा नही बस तुम्हारे सपने में आया हूं। ।मुझे घोर आश्चर्य हुआ उत्सुकतापूर्वक मैंने कहा मेरे ही सपने में क्यों? मैं तो आपका भक्त भी नही। उन्होंने कहा तुम्ही मेरे असली भक्त हो। मैं और असली भक्त! असंभव। अचंभित होते हुए कहा। मैं तो मुसलमान हूं जिससे आपको सबसे ज़्यादा नफरत है। 2002 के दंगों के समय गुजरात के मुख्यमंत्री आप ही थे। आपके प्रधानमंत्री बनते ही मुसलमानों के लीनचिंग के केस बढ़ गए। गाय के नाम पर मुसलमानों को मारा जाने लगा।
उन्होंने कहा मैं कभी भी मुसलमानों का दुश्मन नही रहा। इस मुल्क पर जितना हिन्दू का अधिकार है उतना ही सारे धर्म के लोगों का अधिकार है। उन्होंने कहा इस्लाम बहुत अच्छा मज़हब है ये सामाजिक बराबरी और न्याय पर ज़ोर देता है। लेकिन क्या तुम्हें लगता है कि आज के मुसलमान इस्लाम के पैगाम को मानते हैं। मोदी जी ने कहा मुझे तो लगता है इस्लाम अब सिर्फ किताबों में ही रह गया है। इस्लाम के जानकार तो बहुत मिलेंगे लेकिन इस्लाम की शिक्षा पर अमल करने वाले नही के बराबर हैं। उन्होंने कहा कि इस्लाम की जानकारी तो हमारे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के लोग भी रखते हैं। उन्होंने कहा अगर इस्लाम पर अमल करते तो मक्का मदिना बन्द होने के बावजूद निज़ामुद्दीन मरकज़ खुला नही होता। वहाँ इज्तेमा नही होता। इससे पहले कि वो कुछ बोलते मैंने कहा यहाँ तो सभी मंदिर, गुरुद्वारा और दूसरे धार्मिक स्थल भी खुले थे और आपकी सरकार को इसकी पूरी जानकारी भी थी। फिर कार्यवाई सिर्फ मरकज़ वालों पर क्यों? क्या इसके लिए सरकार ज़िम्मेदार नही है? क्या गृहमंत्री से इन बारे सवाल नही होना चाहिए? मोदी जी ने बीच मे ही रोकते हुए कहा तुम रविश कुमार की तरह मुझसे सवाल पूछने लगे। उन्होंने कहा मैं बहुत कम वक्त लेकर तुम्हारे पास आया हूं।
जैसे ही उन्होंने रविश कुमार का नाम लिया मुझे और ज़्यादा आश्चर्य हुआ कि मोदी जी रवीश कुमार का नाम ले रहे हैं जिन्हें रमन मैग्सेसे अवॉर्ड मिलने पर प्रधानमंत्री ने बधाई तक नही दी। मैं सोच ही रहा था कि मानो वो मेरे दिल की बात सुन रहे हों। मोदी जी ने कहा कि रविश को मैने बधाई इसलिए नही दी कि मैं रविश कुमार को इस पुरस्कार से कहीं ऊपर देखता हूं। उन्होंने कहा रविश को तो पत्रकारिता का सबसे बड़ा सम्मान मिलना चाहिए। रविश कुमार को प्रधानमंत्री के बधाई की अवष्यकता नही। रविश कुमार, पुण्य प्रसून, अभिसार शर्मा जैसे पत्रकार और वायर जैसी मीडिया हाउस ने पत्रकारिता को ज़िंदा रखा है। मोदी जी ने बताया कि देश कहाँ जा रहा है और देश को किस दिशा में लेकर जाना है ये मुझे इन पत्रकारों से ही मालूम होता है।
अपनी आदत से लाचार मैंने फिर उन्हें बीच मे ही टोक कर इशारे में ही पूछने लगा और उन TV पत्रकारों का क्या जो रोज़ TV पर आकर हिन्दू मुस्लिम करते हैं चिल्ला चिल्ला लोगों को दिल का मरीज़ बना रहे हैं। मुस्कुराते हुए उन्होंने जवाब दिया ये सब चुनाव में काम आते हैं।
मैंने कहा आपलोगों को चुनाव की पड़ी रहती है और यहां ये लोग देश को बर्बाद कर रहे हैं। आप खुद सोचिए क्या किसी समुदाय विशेष को कोरोना से जोड़ना सही है? कितना नफरत भरेंगे मुसलमानों के ख़िलाफ़? मीडिया तो फेक न्यूज़ का अड्डा बन गया है। मोदी जी ने कहा किसी समुदाय विशेष को कोरोना से जोड़ना बिलकुल गलत है। कोरोना का कोई धर्म नही है। वैसे भी ये ऐसे देश से आया है जहाँ अधिकतर लोगों का कोई धर्म नही है। एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप के कारण ही कोरोना आज पूरी दुनिया को लील रहा है। कोरोना ने सबसे ज़्यादा चोट तो धर्म पर ही किया है। सारे धार्मिक केंद्र बन्द हैं और जिस धर्म के लोगों ने ज़्यादा होशियारी दिखाई सबको अपने चपेट में ले लिया।
मैंने कहा आपके इतने चाहने वाले हैं आपको लोग देवता की तरह मानते हैं। अगर आप खुद से लोगों को बताएंगे तो लोगों पर इसका असर होगा। तभी उन्होंने थोड़ा भावुक होते हुए कहा अगर लोग मेरी बात मानते तो देश की ये हालात नही होती। एक छोटा सा उदाहरण लेता हूं मैंने लोगों को जनता कर्फ्यू के लिए कहा और शाम के 5 बजे थाली और ताली बजाने को कहा ताकि जो कोरोना से जो लोग लड़ रहे हैं उनको मोटिवेट किया जा सके। लेकिन लोगों ने ताली और थाली को रोड शो में बदल दिया। हाल ही में मैंने लोगों को रात के 9 बजे 9 मिनट तक मोमबत्ती, दिया, टोर्च या मोबाइल जलाने के लिए कहा तो लोगों ने पटाख़े फोड़ने शुरू कर दिए। ये लोग मेरे भक्त नही मेरे दुश्मन हैं जो मेरी बदनामी कराते हैं। मैंने कहा ऐसा नही है ऐसे लोगों की तादाद कम है जो आपके बताए हुए बातों को अलग तरीके से समझ लेते हैं और उसे धार्मिक अनुष्ठान बना देते हैं।
फिर मैं मुद्दे की तरफ लौटा और कहा कि शादी से पहले मैं अक्सर गंजा होता था। कोई टोकने वाली भी नही थी। लेकिन अब मैं शादीशुदा हूं और मेरी पत्नी कहती है कि बाल मुड़ा लेने से खूबसूरती खत्म हो जाती है। मैंने कई बार बाल मुड़ना चाहा लेकिन मेरी पत्नी ने मुझे रोक दिया। और मेरी तरह कई लोगों को उसकी पत्नी या गर्ल फ्रेंड रोक सकती है। इस पर मोदी जी ने कहा तुम्हे मुझसे ज्यादा लगाव है या अपनी पत्नी से ? मैंने कहा मेरी पत्नी से मुझे आपसे ज़्यादा प्रेम है। इस बात पर मोदी जी ने कहा कि जो लोग मुझसे प्रेम करेंगे वो गंजा अवश्य होंगे। और यही उन्हें कोरोना से बचा सकती है।
मुझे मोदी जी ने कहा कि तुम मेरी बातों को फेसबुक के माध्यम से लोगों तक पहुचा देना। मैंने कहा कि आपने ग़लत इंसान को चुन लिया है इस काम के लिए फेसबुक पर मेरे ज़्यादा फ्रेंड भी नही हैं। मेरे से बड़े बड़े भक्त हैं जिनके लाखों फ्रेंड हैं उनके माध्यम से आपको बात पहचानी चहिए। मोदी जी ने कहा जो तुम्हारे माध्यम से मेरी बात मानेगा वही मेरा भक्त है। उन्होंने कहा कि अगर लाखों फॉलोवर वाले भक्त को मैंने ये संदेश देने के लिए कहा तो वो लोग मिर्च मसाला लगा कर पता नही मेरे संदेश को क्या से क्या बना देंगे। फिर मोदी जी ने कहा अब मैं चलता हूं। मैंने कहा एक मिनट रुकिए। सही में कोरोना से बचने के लिए गंजा होना होगा। उन्होंने मुस्कुराते हुए जवाब दिया ये मैं तुम्हारी बुद्धि और विवेक पर छोड़ता हूं। लेकिन मेरी बातों को लोगों तक ज़रूर पहुचा देना।और मोदी जी अचानक गायब हो गए। तभी मेरे कानो में फजिर के अज़ान की आवाज़ गयी और मेरी आँख खुल गयी। मैंने उठ कर वज़ू किया और नमाज़ पढ़ी। मेरी समझ मे कुछ नही आ रहा था न चाहते हुए भी मैंने अपने सर के बालों को शहीद कर दिया।
Note-इसमे मैंने सपने में हुए बात चीत का कुछ अंश पेश किया है। मौका मिला तो और बातें भी बताऊंगा।
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