झारखंड के लाल डॉ जावेद अहसन ने विश्व मे लहराया परचम

दुनिया के शीर्ष 2% वैज्ञानिकों में चुने गए झारखंड के डॉ जावेद अहसन- जानिए कौन हैं डॉ अहसन।

हाल ही में USA की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ने डॉ मोहम्मद जावेद अहसन को दुनिया के शीर्ष 2% वैज्ञानिकों की प्रतिष्ठित वैश्विक सूची में शामिल किया है. यह सूची कुछ दिनों पहले स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के एमिनेंट प्रोफेसर, प्रो. जॉन इओनिडिस के नेतृत्व में विशेषज्ञों की एक टीम द्वारा तैयार की गई थी और इसे विश्वप्रसिद्ध विश्वविद्यालय, एल्सेवियर बीवी द्वारा प्रकाशित किया गया था.

डॉ जावेद अहसन झारखंड के हज़ारीबाग ज़िले के रहने वाले हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हज़ारीबाग में ही प्राप्त की। जब अहसन 10वीं कक्षा में थे उनके पिताजी इंतेक़ाल हो गया। पिता के इंतेक़ाल के बाद उनकी जिंदिगी  में कई कठिन दौड़ आए लेकिन उन्होंने अपनी पढ़ाई नही छोड़ी। इस कठिन दौड़ में उनकी माँ का सबसे ज़्यादा सपोर्ट रहा। विकट परिस्थिति मे भी उनकी माँ ने पढ़ाई के लिए उत्साहित करती रहीं और कभी पढ़ाई नही छोड़ने दिया।
बैचलर ऑफ फार्मेसी और मास्टर ऑफ फार्मेसी उन्होंने फार्मेसी के प्रतिष्टित संस्थान जामिया हमदर्द से किया। उन्होंने Pharmaceutical Science में NIMS यूनिवर्सिटी से पीएचडी   से की ।


डॉ मोहम्मद जावेद अहसन के जामिया हमदर्द के क्लास साथी Hozaifa Hasan (MD, F&D Laboratory) बताते हैं कि जावेद अहसन बहुत काबिल और मेहनती स्टूडेंट रहे हैं उन्होंने कहा कि अपने दोस्त का नाम दुनिया के 2% शीर्ष वैज्ञानिकों में देख कर गौरान्वित महसूस कर रहा हूँ। ये जामिया हमदर्द और हिंदुस्तान के लिए फ़ख्र की बात है। Hozaifa Hasan ने कहा कि इस लिस्ट में जामिया हमदर्द के 27 वैज्ञानिक शामिल हैं फिर भी भारतीय मीडिया जामिया हमदर्द का कहीं नाम नही ले रही है। 
डॉ एहसान महर्षि अरविंद कॉलेज, जयपुर में  प्रोफेसर और फार्मास्यूटिकल केमेसट्री विभाग के विभागाध्यक्ष हैं।
एन्टी कैंसर की दवाइयों पर उनका काम है। अपने 15 साल के रिसर्च में सिर्फ कैंसर की दवाइयों पर उन्होंने रिसर्च किया है। 100 से ज़्यादा नेशनल और इंटरनेशनल जर्नल में उनके वैज्ञानिक शोध प्रकाशित चुके हैं।  उनके शोध का उपयोग विदेशों में भी होता रहा है। 

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