बांस कलाकारों को नही मिल रहा बाजार: जानिए कुमारी किरण की कहानी


इनसे मिलिए ये हैं कुमारी किरण। ताजपुर प्रखण्ड के हरिशंकरपुर पंचायत की निवासी हैं।कलाकार हैं और  बाँस को इज़्ज़त देती हैं। यानी कुमारी किरण बांस के सुंदर सुंदर समान बनाती हैं। ये इनका खानदानी पेशा है। इन्होंने अपने पिता जी से इस काम को सीखा था। शादी के बाद उन्होंने काम को करना कम कर दिया। या यूं कहें कि इस काम को करना बंद ही कर दिया था। इनके पास न तो पूंजी थी और न ही इसे बेचने के लिए बाजार। लेकिन जब ताजपुर (समस्तीपुर, बिहार) में जीविका आई तो इनके लिए वरदान साबित हुआ। कुमारी किरण ने सबसे पहले जीविका समूह में सदस्य के रूप में जॉइन किया। फिर वो जीविका में कम्युनिटी मोबीलाइज़र (जीविका मित्र) बनी ताकि कुछ पैसा अर्जित कर सकें। समूह से ऋण लेकर उन्होंने किराने की दुकान खोली। लेकिन जीविका के प्रखण्ड स्तरीय कर्मचारियों को पता चला कि ये बहुत अच्छी कलाकार हैं। तो उन्हें मोटीवेट कर अपना काम शुरू करने के लिए कहा। कुमारी किरण ने काम शुरू किया और जीविका के माध्यम से मेले में भी जाने लगीं जिससे उनके कलाकारी को सराहना मिली और घर की आर्थिक तंगी भी खत्म होने लगी। लेकिन साल 2020 कुमारी किरण और उनके परिवार के लिए थोड़ा मुश्किल साल है। आज उनके पास समान है लेकिन लॉकडाउन के कारण कोई खरीदार नही है।

अगर आप मे से कोई इनके समान को पसंद करते हैं तो ज़रूर खरीदें। इससे न केवल इनके कलाकारी को इज़्ज़त मिलेगी बल्कि इनका परिवार भी सही से चल सकेगा।
सामानों की खरीदारी के लिए आप कुमारी किरण से +919798380961 नंबर पर कांटेक्ट कर सकते हैं।

आइए हम सब मिल कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाएं।
आइए भारत को आत्म निर्भर बनाएं।

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